- हृदय रोग से पीड़ित बच्चों को मिलेंगी और बेहतर सुविधाएं
- SGPGI को एसबीआई फाउंडेशन का ₹10 करोड़ सहयोग
- सलोनी हार्ट सेंटर हजारों परिवारों के जीवन में नई उम्मीद का संचार कर रहा है : मुख्यमंत्री योगी
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई), लखनऊ में एसबीआई फाउंडेशन आईसीयू प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया। यह प्रोजेक्ट सलोनी हार्ट सेंटर में संचालित होगा, जो बच्चों की जन्मजात हृदय बीमारियों के उपचार के लिए समर्पित है। इस अवसर पर एसबीआई फाउंडेशन ने लगभग ₹10 करोड़ का सहयोग प्रदान किया। इस राशि से सेंटर को आधुनिक उपकरणों और आवश्यक संसाधनों से सुसज्जित किया जाएगा।
भारतीय स्टेट बैंक के उप प्रबंध निदेशक सत्येन्द्र कुमार सिंह और मुख्य महाप्रबंधक, भारतीय स्टेट बैंक, लखनऊ मंडल दीपक कुमार दे ने एसबीआई फाउंडेशन की ओर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एसजीपीजीआईएमएस में सलोनी हार्ट सेंटर में शिशु हृदय ऑपरेशन थियेटर और गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू ) स्थापित करने के लिए 9.98 करोड़ रुपये का एक प्रतीकात्मक चेक कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व के तहत प्रदान किया। यह सुविधा प्रतिवर्ष लगभग 300 बच्चों के लिए जीवनरक्षक शल्य चिकित्सा उपलब्ध कराएगी तथा 200 से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों, संवेदनाशून्यता विशेषज्ञ, परिचारिकाएँ, परफ्यूज़निस्ट एवं तकनीकी विशेषज्ञ को विशेष उपकरणों चलाने हेतु प्रशिक्षण भी प्रदान करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बच्चों के हृदय रोगों के लिए उच्चस्तरीय उपचार सुविधा की कमी लंबे समय से महसूस की जा रही थी। ऐसे में सलोनी हार्ट सेंटर प्रदेश की एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने बताया कि डेढ़ वर्ष पूर्व शुभारंभ किए गए इस सेंटर में अब तक 300 से अधिक बच्चों की हार्ट सर्जरी सफलतापूर्वक हो चुकी है। हार्ट सेंटर का पहला चरण पूर्णतः क्रियाशील है, जबकि दूसरे चरण का कार्य तेजी से प्रगति पर है।
मुख्यमंत्री ने सलोनी हार्ट फाउंडेशन की संचालक दंपति मिली सेठ एवं हिमांशु सेठ के प्रयासों की सराहना की, साथ ही एसबीआई फाउंडेशन के सहयोग की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सलोनी हार्ट सेंटर प्रदेश के हजारों परिवारों के जीवन में नई उम्मीद का संचार कर रहा है। यह पहल 2023 के ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का प्रत्यक्ष सुफल है और बच्चों के जीवन की रक्षा में अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रही है।

मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि उत्तर प्रदेश ने पूर्व में इंसेफेलाइटिस जैसी गंभीर बीमारी के उन्मूलन में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है और अब बच्चों के हृदय रोगों के उपचार में भी ठोस प्रगति हो रही है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि एसबीआई फाउंडेशन का यह सहयोग सलोनी हार्ट सेंटर को और अधिक क्षमता सम्पन्न बनाएगा और आने वाले समय में बच्चों के जीवन की रक्षा में मील का पत्थर सिद्ध होगा।
इस अवसर पर एसजीपीजीआई के निदेशक डॉ. आर.के. धीमन ने मुख्यमंत्री को हार्ट सेंटर की स्थापना से लेकर अब तक की गतिविधियों एवं उपलब्धियों की जानकारी भी दी। उन्होंने कहा कि सलोनी हार्ट फाउंडेशन के सहयोग से हमारा संस्थान इन बच्चों को विश्वस्तरीय और समयबद्ध देखभाल उपलब्ध कराने की दिशा में अग्रसर हुआ है और इस प्रयास में एसबीआई फाउंडेशन का सहयोग सराहनीय है।

भारतीय स्टेट बैंक के उप प्रबंध निदेशक सत्येन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि यह परियोजना भारत की स्वास्थ्य सेवाओं में स्थायी प्रभाव उत्पन्न करने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। उन्नत अधोसंरचना को कौशल विकास के साथ जोड़कर हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित प्रत्येक बच्चा, चाहे उसका सामाजिक-आर्थिक स्तर कुछ भी हो, समय पर विश्वस्तरीय उपचार प्राप्त कर सके। उन्होने यह भी उल्लेख किया कि लखनऊ मंडल के मुख्य महाप्रबंधक, दीपक कुमार दे नियमित रूप से पूरे मंडल में इस प्रकार की सीएसआर गतिविधियों का संचालन कर रहे हैं।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह,मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी, महाप्रबंधक (क्षेत्र-I), एसबीआई अनिल कुमार, प्रबंध निदेशक, एसबीआई फाउंडेशन संजय प्रकाश, मुख्य सचिव और अध्यक्ष एसजीपीजीआईएमएस, एसपी गोयल, सलोनी हार्ट फाउंडेशन, अमेरिका के प्रतिनिधि और यूपी सरकार और एसजीपीजीआईएमएस के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।