लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। उत्तर प्रदेश को निवेश अनुकूल आकर्षक गंतव्य बनाने के उद्देश्य से राज्य की प्रमुख निवेश प्रोत्साहन एजेंसी इन्वेस्ट यूपी ने उद्योग संघों के साथ आज अपने कार्यालय में एक व्यापक परामर्श व संवाद बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में सीआईआई, फिक्की, एसोचैम, आईआईए, लघु उद्योग भारती सहित प्रदेश के प्रमुख उद्योग संघों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
औद्योगिक विकास को और गति देने के उद्देश्य से आयोजित इस बैठक में राज्य सरकार की प्रमुख औद्योगिक नीतियों और प्रोत्साहनों पर उद्योग जगत के सुझाव प्राप्त करने के साथ क्षेत्र विशिष्ट नीतियों पर व्यापक चर्चा की गयी। चर्चा का केंद्र बिंदु उत्तर प्रदेश औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति 2022, बायो-प्लास्टिक उद्योग नीति 2024 और एफडीआई नीति के साथ निवेश को बढ़ावा देने वाली 33 से अधिक क्षेत्र विशिष्ट नीतियां पर संवाद हुआ।
उद्योग प्रतिनिधियों ने नीतियों में व्यावहारिक सुधार, अनुमोदन प्रक्रियाओं को सरल बनाने और निवेशकों की सुविधा बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव साझा किए। भूमि आवंटन, प्रोत्साहन योजनाओं में एमएसएमई की भागीदारी, मंडी कर से जुड़े मुद्दे और अनुपालन प्रक्रिया को सहज बनाने जैसे विषयों पर गहन चर्चा हुई।

एक प्रमुख मुद्दा निवेशक शिकायत निवारण भी रहा, जिस पर इन्वेस्ट यूपी ने जानकारी दी कि जल्द ही उन्नत निवेश मित्र 3.0 प्लेटफॉर्म में इन तंत्रों को और अधिक सशक्त किया जाएगा। यह उन्नत प्रणाली दस्तावेज़ी आवश्यकताओं को लगभग 50% तक कम कर देगी। जिससे निवेशक की-आशय पत्र दाखिल करने से लेकर प्रोत्साहन प्राप्त करने तक की यात्रा कहीं अधिक सहज और प्रभावी हो जाएगी।
इन्वेस्ट यूपी ने यह भी आश्वासन दिया कि बैठक में प्राप्त सभी यथोचित व मान्य सुझावों को संबंधित विभागों तक पहुँचाया जाएगा, ताकि निवेशकों के कार्यप्रवाह को सरल बनाया जा सके और उत्तर प्रदेश में व्यापार करने की प्रक्रिया को और अधिक सुगम किया जा सके।
बैठक में इन्वेस्ट यूपी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी और उनकी नीति एवं निवेश प्रोत्साहन टीम भी उपस्थित रही। जिन्होंने उद्योग प्रतिनिधियों के साथ मिलकर राज्य की निवेश रणनीतियों को और अधिक सुदृढ़ बनाने पर विचार-विमर्श किया।