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सनफीस्ट मॉम्स मैजिक : गोद लेने की पहल को आगे बढ़ाने में निभा रहा है बड़ी भूमिका

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। ITC लोकप्रिय ब्रांड सनफीस्ट मॉम्स मैजिक, बीते कई सालों से सिर्फ एक स्वादिष्ट बिस्कुट ही नहीं, बल्कि इससे कहीं बढ़कर लोगों की जिंदगी में शामिल रहा है। यह ब्रांड सच्चे अर्थ में मां बनने के अनुभव को प्रदर्शित करता है। मॉम्‍स मैजिक का मानना है कि हर बच्चे की जिंदगी में मां की भूमिका एक “वॉर्मेस्ट सुपरपावर” की होती है। इसी विश्वास के साथ, इस साल मॉम्स मैजिक ने ‘भारत में गोद लेने’ के प्रयासों को बढ़ावा देने की एक नेक पहल शुरू की है।

‘नो मोर मिस्‍ड काॅल’, ‘हग हर मोर’ और ‘विल ऑफ चेंज’ जैसे सफल अभियानों के बाद, ब्रांड ने एक बार फिर गोद लेने वाली माताओं के प्रति समाज की रूढ़िवादी सोच को चुनौती दी है, ताकि उन्हें वह सम्मान और एक समान स्वीकृति मिल सके जिसकी वे हकदार हैं। आज जहां समाज पहले से अधिक जागरुक है, तब भी भारत में गोद लेने को अब भी उतनी स्वीकृति नहीं मिली है और इसके प्रति भावनात्मक पक्षपात होता है।

यही नहीं बल्कि गोद लेने वाली माताओं को बराबर दर्जा भी नहीं दिया जाता है।  कई लोग आज भी मातृत्व को सिर्फ खून के रिश्ते से जोड़कर देखते हैं, जिससे अनगिनत बच्चों और महिलाओं को बेपनाह प्यार से वंचित रहना पड़ता है। मॉम्स मैजिक का दृढ़ विश्वास है कि हर बच्चा चाहे खून का रिश्ता हो या ना हो, माँ के प्यार का हकदार है और इसके लिए गोद लेने से जुड़ी भ्रांतियों और हिचकिचाहट को तोड़ना जरूरी है।  

इसी बात पर जोर देते हुए मॉम्स मैजिक ने कोलकाता में ‘भारत में गोद लेने को सामान्य बनाना और प्रोत्साहित करना’ विषय पर एक ज्ञानवर्धक पैनल चर्चा का आयोजन किया। इस पैनल में सौमेता मेधोरा (सचिव, द इंडियन सोसाइटी फॉर स्पॉन्सरशिप एंड एडॉप्शन), अभिनेत्री मंदिरा बेदी, आईटीसी फूड्स के चीफ डिजिटल मार्केटिंग ऑफिसर शुवदीप बनर्जी, प्रख्यात फिल्म निर्माता और आगामी फिल्म ‘डियर मां’ के निर्देशक अनिरुद्ध रॉय चौधरी और इस फिल्‍म में मुख्य भूमिका निभा रही लोकप्रिय अभिनेत्री जया आहसन शामिल थीं। 

इन प्रतिष्ठित पैनलिस्टों ने रूढ़िवादी विचारों को तोड़ने, सभी को साथ लाने की भावना को बढ़ावा देने तथा गोद लेने की प्रक्रिया को सुगम बनाने में अथॉरिटी और एनजीओ संगठनों की भूमिका जैसे विषयों पर मार्मिक चर्चा की। साथ ही, उन्होंने इस विषय से जुड़े अपने निजी अनुभवों को भी साझा किया, जिससे यह बातचीत और भी प्रभावशाली बन गई।  

अभिनेत्री मंदिरा बेदी ने चर्चा में अपने दिल की बात साझा करते हुए कहा, “गोद लेना प्यार से भरा एक खूबसूरत और जीवन बदल देने वाला फैसला है। तारा की माँ के तौर पर, मैंने कई सवालों और सामाजिक पूर्वाग्रहों का सामना किया है। लोग पूछते हैं कि क्या मैं एक गोद लिए हुए बच्चे को अपने खून के बच्चे जितना प्यार कर सकती हूँ या यह मान लेते हैं कि गोद लेना आखिरी विकल्प होता है। लेकिन प्यार में कोई शर्त नहीं होती। इसीलिए मॉम्स मैजिक जैसे ब्रांड्स का यह प्रयास सचमुच सराहनीय है, ये समाज में इस तरह की बातचीत के लिए जगह बना रहे हैं और पुराने रूढ़िवादी विचारों से आगे बढ़ने में मदद कर रहे हैं, ताकि हर बच्चे को माँ का प्यार मिल सके।”  

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण थी ‘दिल से माँ’ शीर्षक वाली एक मार्मिक कविता का अनावरण, जिसने माताओं – विशेषकर गोद लेने वाली माताओं की भावनात्मक गहराई, सहनशक्ति और समर्पण को बेहद संवेदनशील तरीके से व्यक्त किया। यह कविता उन सामाजिक पूर्वाग्रहों और निर्णयों के बीच खड़ी इन माताओं की यात्रा को दर्शाती है, जिनका उन्हें सामना करना पड़ता है। कविता ने एक मार्मिक संदेश दिया “मातृत्व प्रेम से बनता है, रक्त संबंधों से नहीं”। यह सभी उन माताओं के अटूट प्यार को समर्पित थी जिन्होंने सामाजिक बंधनों को तोड़कर प्यार के रिश्ते चुने।

आईटीसी – फूड्स डिवीजन के चीफ डिजिटल मार्केटिंग ऑफिसर शुवदीप बनर्जी ने इस अवसर पर कहा, “मॉम्स मैजिक में, हम हमेशा से मां के प्यार की असाधारण शक्ति का सम्‍मान करते हैं। फिल्म ‘डियर मां’ के साथ इस सार्थक सहयोग के जरिए, हम गोद लेने को लेकर बेहद जरूरी बातचीत शुरू करना चाहते हैं और उन सभी माताओं के साथ एकजुटता दिखाना चाहते हैं जो एक बच्चे की जिंदगी में जादू भरती हैं – चाहे वह शानदार सफर कैसे भी शुरू हुआ हो। हम साथ मिलकर मातृत्व के हर रूप के लिए अधिक स्वीकृति, सहानुभूति पूर्ण और सभी को जोड़ने की भावना जगाने की उम्मीद करते हैं।”

इस कार्यक्रम ने सनफीस्ट मॉम्स मैजिक और आगामी फिल्म ‘डियर मां’ के बीच एक खास जुड़ाव को दर्शाया। अनिरुद्ध रॉय चौधरी द्वारा निर्देशित यह फिल्म एक गोद लेने वाली मां की भावनात्मक यात्रा को संवेदनशील तरीके से दिखाती है – जहाँ वह प्यार, अपनापन और स्वीकृति की तलाश करती है। फिल्म का मुख्य संदेश – “प्यार खून के रिश्तों से कहीं गहरा होता है” – बिल्कुल ब्रांड के उस विश्वास से मेल खाता है कि हर बच्चा माँ के प्यार के जादू का हकदार है, चाहे वह रिश्ता खून का हो या न हो।