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JK TYRE : यूपी में टायर उद्योग के लिए ढेरों संभावनाएं, विस्तार की महत्वाकांक्षी योजनाओं का किया ऐलान

• कंपनी राज्य में विभिन्न सेगमेन्ट्स में अपने टायरों की सम्पूर्ण रेंज पेश करती है

• उपभोक्ताओं की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए 100 टचपॉइन्ट्स के साथ सशक्त रीटेल मौजूदगी

लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। भारत के प्रमुख टायर निर्माता जेके टायर एण्ड इंडस्ट्रीज़ ने अगले वित्तीय वर्ष के दौरान उत्तर प्रदेश राज्य में अपनी मौजूदगी के विस्तार की महत्वाकांक्षी योजनाओं का ऐलान किया। कंपनी के लिए उत्तर प्रदेश राज्य बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि प्रदेश में इन्फ्रास्ट्रक्चर के तीव्र विकास एवं उच्च-निवेश की परियोजनाओं के चलते टायर उद्योग के लिए ढेरों संभावनाएं हैं। उत्तर प्रदेश राज्य में विभिन्न सेगमेन्ट्स के वाहनों की संख्या सबसे अधिक है, राज्य कमर्शियल वाहनों एवं पैसेंजर कारों की दृष्टि से दूसरे स्थान पर है। सोमवार को मीडिया से बातचीत में उक्त बातें अनुज कथूरिया (प्रेज़ीडेन्ट, भारत, जेके टायर एण्ड इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड) ने कहीं। 

उन्होंने बताया कि 450 से अधिक प्रोडक्ट्स के साथ कंपनी यूपी के उपभोक्ताओं की ज़रूरतों को पूरा करने में सक्षम रही है। क्षेत्र में लगातार विकसित होते सीवी सेगमेन्ट के लिए टीबीआर टायर में अग्रणी जेके टायर आज के उपभोक्ताओं की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए उच्च गुणवत्ता के आधुनिक समाधान लेकर आती है। अपनी एक्सएफ (एक्स्ट्रा-फ्यूल-एफिशिएन्ट) सीरीज़ के तहत कंपनी ने हाल ही में दो नए टायर जैटवे जेयूएच एक्सएफ और जैटस्टील जेडीई एक्सएफ का लॉन्च किया है। नेक्स्ट-जनरेशन कम्पाउन्ड से बने अल्ट्रा-लो रोलिंग रेज़िस्टेन्स कोएफिशिएन्ट पर आधारित ये उर्जा प्रभावी एक्सएफ रेंज उर्जा दक्षता में 10 फीसदी तक सुधार लाती है। 

राज्य में कंपनी की योजनाओं के बारे में बात करते हुए अनुज कथूरिया ने कहा, “उत्तर प्रदेश हमारे लिए महत्वपूर्ण बाज़ार है, जहां हर सेगमेन्ट में उपभोक्ताओं की बदलती ज़रूरतों के साथ विकास की अपार संभावनाएं हैं। हम क्षेत्र में बाज़ार की बदलती ज़रूरतों के अनुसार आधुनिक प्रोडक्ट्स लाकर राज्य में अपनी मौजूदगी को सशक्त बनाने के लिए प्रयासरत हैं। हम क्षेत्र के आर्थिक, बुनियादी विकास के मद्देनज़र प्रगति को बढ़ावा देने के लिए तत्पर हैं ताकि समुदाय और हमारे कारोबार दोनों को लाभ हो।’’ 

पैसेंजर कार कैटेगरी में जेके टायर, टायरों की एक्सक्लुज़िव एवं इनोवेटिव रेंज लेकर आती है जिसमें एसयूवी के लिए रेंजर सीरीज़, लक्ज़री कारों के लिए लेविटास अल्ट्रा रेंज, पंक्चर गार्ड टायर्स और स्मार्ट टायर शामिल हैं। कंपनी लगातार विकसित हुई है और कार, ट्रक, एलसीवी एवं पैसेंजर कारों सहित सभी श्रेणियों में ईवी-विशिष्ट स्मार्ट रेडियल टायरों की सम्पूर्ण रेंज के साथ तैयार है।

जेके टायर अपने प्रगतिशील एवं एक्सक्लुज़िव प्रोडक्ट्स के साथ-साथ तीव्र टर्नअराउण्ड टाईम में उत्कृष्ट आफ्टर सेल्स सेवाएं उपलब्ध कराती है। जिसके चलते कंपनी राज्य में मौजूद अवसरों का लाभ उठाने में सक्षम हुई हैं। ब्राण्ड अपने 100 ब्राण्ड शॉप्स- जेके स्टील व्हील, जेके ट्रक व्हील्स और जेके एक्सप्रेस व्हील्स के व्यापक नेटवर्क के माध्यम से उपभोक्ताओं को सेवाएं प्रदान करना जारी रखे हुए है। 

जेके टायर अपने स्थायित्व के लक्ष्यों के लिए प्रतिबद्ध है और कंपनी ने पीसीआर मार्केट में अपनी तरह के पहले 80 फीसदी ग्रीन टायर ‘यूएक्स ग्रीन’ के विकास की घोषणा की है। इसकी विभिन्न मैनुफैक्चरिंग युनिट्स में उपयोग होने वाली 58 फीसदी उर्जा नवीकरणीय स्रोतों से आती है। कंपनी ने 2030 तक कार्बन उत्सर्जन को 50 फीसदी कम करने और 2050 तक कार्बन न्यूट्रल बनने का लक्ष्य तय किया है।

अनुज कथूरिया (प्रेज़ीडेन्ट, भारत, जेके टायर एण्ड इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड) ने बताया कि जेके टायर ने भारत की पहली ‘स्मार्ट टायर’ टेक्नोलॉजी को भी लॉन्च किया है। साथ ही टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम लेकर आई, जो टायर के महत्वपूर्ण आंकड़ों जैसे तापमान, दबाव आदि पर निगरानी रखता है। कंपनी ने खासतौर पर इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए स्मार्ट रेडियल टायरों की एक पूरी रेंज विकसित की है। जिसका इस्तेमाल बसों, यात्री कारों, ट्रकों और लाइट कमर्शियल व्हीकल्स के लिए किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इंडस्ट्री का ध्यान फ्यूल से गाड़ी का माइलेज बढ़ाने वाले इंजन बनाने पर है, लेकिन इसमें टायर भी मदद कर सकते हैं। अब लोग ईवी को तेजी से अपना रहे हैं। किसी भी इलेक्ट्रिक व्हीकल के वजन में बैटरी का बड़ा हिस्सा होता है। इससे ईवी की रेंज पर भी असर होता है। ऐसे में स्मार्ट टायर ईवी के रेजिस्टेंस को कम करके आपकी ईवी की रेंज को बढ़ा सकता है। इन टायरों को इस तरह से तैयार किया गया है जो इलेक्ट्रिक वाहनों की जरूरतों को पूरा करेगा। इन टायरों का उत्पादन करते समय, विशेष रूप से इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए, ऐसी टेक्नोलॉजी पर ध्यान केंद्रित किया है जो अल्ट्रा-लो रोलिंग रेजिस्टेंस, बेहतर गीले और सूखे ट्रैक्शन, हाई डूरेबिलिटी और कम ऊर्जा खपत सुनिश्चित करेंगे। इलेक्ट्रिक वाहन के कम शोर को पूरा करने के लिए, इन स्मार्ट रेडियल टायरों का ट्रेड पैटर्न कम शोर और बेहतर ग्रिप की विशेषताओं के लिए एडवांस्ड एफईए सिमुलेशन का इस्तेमाल करके बनाया गया है। उन्होंने बताया कि जो लोग अपनी गाड़ियों में जेके टायर्स का इस्तेमाल कर रहे हैं वे उन्हें स्मार्ट टायर्स से बदलने के लिए करीब 3000 से 3500 रुपए का खर्च आएगा। इन स्मार्ट टायर्स पर सेंसर भी लगे हैं। इन सेंसर की मदद से टेम्परेचर या प्रेशर बढ़ने की स्थिति में या पंचर होने की स्थिति में ड्राइवर के मोबाइल ऐप पर अलर्ट भेज देंगे।