लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)। स्टील की मांग एवं उपयोगिता के मद्देनजर लखनऊ में इंडियन स्टील एसोसिएशन ने शुक्रवार को एक दिवसीय आइएसए स्टील इन्फ्रा बिल्ड समिट 2023 का आयोजन किया। समिट का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्टील उद्योग से जुड़े शीर्ष उद्यमी, प्रदेश के औद्योगिक विकास से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कई गणमान्य लोग शामिल हुए।
सम्मेलन उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्य के बुनियादी ढ़ाचे एवं निर्माण कार्यों में स्टील का प्रयोग बढ़ाने के विषय पर केन्द्रित रहा। सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आइएसए ने अपने सम्मेलन के लिये देश के सबसे अधिक संभावना वाले प्रदेश को चुना और इसे रेखांकित करने का प्रयास किया है। 25 करोड़ की आबादी वाला राज्य उत्तर प्रदेश न केवल उपभोक्ता बाजार है, बल्कि सबसे बड़ा श्रम बाजार भी है। उन्होंने कहा कि राज्य में तेजी से हो रहे विकास कार्यों ने निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है। इंफ्रास्ट्क्चर एवं कनेक्टिविटी के क्षेत्र में हो रही व्यापक प्रगति यह प्रदर्शित करती है कि राज्य में निवेश एवं सुरक्षा का बेहतरीन वातावरण है। नये भारत के विकास में नया उत्तर प्रदेश महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
उन्होंने सभी हितधारकों, उद्यमियों को सरकार के साथ मिलकर प्रधानमंत्री मोदी के ट्रिलियन अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के विजन के अनुसार उत्तर प्रदेश को ग्रोथ इंजन बनाने में अपनी भूमिका पर विचार करने की बात कही।
इस अवसर पर टाटा स्टील लांग प्रोडक्ट्स के आशीष अनुपम ने कहा कि स्टील उद्योग को संसाधन एवं सुरक्षा के मामले में समर्थन देने के लिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देना चाहते हैं। पिछले सालों में बदल रहे उत्तर प्रदेश के विकास में अहम भूमिका निभाते हुए हम मिलकर यूपी को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाएंगे।
सेल के चेयरमेन अमलेंदु प्रकाश ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जिस तरह उत्तर प्रदेश को संभावनाओं की धरती कहा है वह बिल्कुल सही है, क्योंकि यहां की बड़ी आबादी विकास की दिशा में अग्रसर है। राज्य में तेजी से बदल रहे बुनियादी ढ़ांचे एवं निर्माण कार्यों में स्टील की बड़ी मांग हो सकती है। ऐसे में सरकार की नीतियां और उद्यमी सोच, राष्ट्र निर्माण में स्टील उद्योग को महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि तेजी से बढ़ते आर्थिक विकास के बावजूद बड़ी आबादी वाले यूपी में प्रति व्यक्ति स्टील की खपत महाराष्ट्र जैसे दूसरे राज्य की तुलना में कम है। यह अंतर स्टील के बुनियादी ढांचे में तेजी से प्रगति लाने में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड जैसे राज्य एवं स्टील उद्योगों के लिये बड़े अवसर लेकर आता है।
आइएसए द्वारा आयोजित इस एक दिवसीय सम्मेलन में शामिल जिंदल स्टील एंड पावर के एमडी बिमलेन्द्र झा ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने पिछले छह वर्षों में न केवल गरीबों को 55 लाख आवास दिये हैं बल्कि राज्य भर में बुनियादी ढ़ांचे को मजबूत करने के साथ बुंदेलखंड में निर्माण कार्य से जुड़े भविष्य में विकास के अवसरों को भी पेश किया है। इससे स्टील प्रसंस्करण उद्योग एवं सामग्री के इस्तेमाल को बढ़ावा मिलेगा जो वास्तव में स्टील उद्योग के लिये एक अच्छा संकेत है।
गौरतलब है कि सम्मेलन का उद्देश्य संबंधित क्षेत्रों में स्टील के फायदे के बारे में बात करते हुए इसके प्रयोग को बढ़ावा देना रहा। इस आयोजन में विशिष्ट अतिथियों के अलावा प्रमुख बिल्डर, आर्किटेक्ट्स, परियोजना प्रबंधन और संरचनात्मक कंसल्टेंट, निर्माण फर्म और शीर्ष इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों विशेष रूप से रेलवे, मेट्रो सिस्टम, पुलों और हवाई अड्डों के साथ भारतीय स्टील उद्योग से जुड़े लोगों ने भी भाग लिया।